Hindi -X, Rachna ke adhar per vakya roopantar
रचना के आधार पर वाक्य के भेद:
1.साधरण वाक्य या सरल वाक्य
2.संयुक्त वाक्य
3.मिश्रित वाक्य
*साधरण वाक्य या सरल वाक्य
जिन वाक्यों में केवल एक ही उद्देश्य और एक ही विधेय होता है, उन्हें साधारण वाक्य या सरल वाक्य कहते हैं।
इसमें एक 'उद्देश्य' और एक 'विधेय' रहते हैं।
जैसे-
बिजली चमकती है।
पानी बरसा।
*संयुक्त वाक्य:
जिन वाक्यों में दो या दो से अधिक सरल वाक्य योजकों (और, एवं, तथा, या, अथवा, इसलिए, अतः, फिर भी, तो, नहीं तो, किन्तु, परन्तु, लेकिन, पर आदि) से जुड़े हों, उन्हें संयुक्त वाक्य कहते है।
जैसे -
वह सुबह गया और शाम को लौट आया।
उसने बहुत परिश्रम किया किन्तु सफलता नहीं मिली।
*मिश्रित वाक्य:जिन वाक्यों में एक प्रधान (मुख्य) उपवाक्य हो और अन्य आश्रित (गौण) उपवाक्य हों तथा जो आपस में कि, जो, क्योंकि, जितना, उतना, जैसा, वैसा, जब, तब, जहाँ, वहाँ, जिधर, उधर, अगर/यदि, तो, यद्यपि, तथापि, आदि से मिश्रित (मिले-जुले) हों उन्हें मिश्रित वाक्य कहते हैं।
जैसे-
मेरा दृढ़ विश्वास है कि भारत जीतेगा।
सफल वही होता है जो परिश्रम करता है।
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